14 फरवरी को होनेवाले चुनाव कातालोनिया और स्पेन दोनों के लिए महत्त्वपूर्ण हैं: मारिया विक्टोरिया बेर्ट्रान
स्पेन के कातालोनिया राज्य में १४ फरवरी को चुनाव होने जा रहें हैं। कोरोना महामारी के बीच हो रहे ये चुनाव अर्थव्यवस्था में सुधार और स्पेन-कातालोनिया संबंध इन दो दृष्टिकोणों से महत्त्वपूर्ण है। इस विषय पर द कूटनीति एस्पान्योल के कंसल्टिंग एडिटर निरंजन मार्जनी ने कातालान अख़बार दिआरी दे तार्रागोना की पत्रकार मारिया विक्टोरिया बेर्ट्रान से बात की।
मारिया विक्टोरिया बेर्ट्रान, पत्रकार – दिआरी दे तार्रागोना
कातालोनिया में चुनाव के बारे में आम भावना कैसी है ? क्या कोरोना महामारी के बीच हो रहे चुनाव के चलते लोगों में कुछ आशंकाएं हैं ?
कातालोनिया सरकार के आश्वासन के बावजूद लोगों में संक्रमण का डर है। सरकार का कहना है की पर्याप्त एहतियाती उपाय किये गए हैं जिससे मतदान केंद्र सुरक्षित है। लेकिन १४ फरवरी को क्या स्थिति होगी यह देखना होगा। मतदान केंद्रों पर नियुक्त किये गए करीब २०% लोग संक्रमण के डर की वजह से काम करने के लिए तैयार नहीं हैं। मतदान के दिन पोलिंग बूथ पर काम करने से इंकार करने वालों की संख्या और बढ़ सकती है। इसे देखते हुए क्षेत्रीय चुनाव मंडल अतिरिक्त स्वयंसेवकों को भर्ती कर सकता है। कुछ नगरपालिकाओं में पोलिंग बूथ के अध्यक्ष और सदस्यों की फ़िर से नियुक्ति की जा सकती है। वहीं दूसरी ओर सरकार और राजनीतिक दलों को चिंता है की महामारी के चलते शायद बड़ी संख्या में मतदान न हो जिसका असर चुनाव के नतीजों पर हो सकता है।
कातालोनिया में हाल में कोरोना की क्या स्थिति है ?
कातालोनिया में आय सी यू में भर्ती होनेवाले मरीज़ों की संख्या में ४ फरवरी से कम हो रही है। ३ दिसंबर के बाद पहली बार यह हुआ है। फ़िलहाल ७२४ लोग आय सी यू में भर्ती है। कोरोना की संक्रमण दर ०.९२ है। इसका मतलब है की १०० लोग अन्य ९२ लोगों को संक्रमित करते हैं। ये आंकड़े सुधार की ओर इशारा करते हैं जिसके चलते प्रतिबंधों में कुछ छूट मिल सकती है। कातालोनिया के अस्पतालों में भर्ती मरीज़ों की कुल संख्या २७५० है जिसमें आय सी यू में भर्ती मरीज़ भी शामिल हैं। कातालोनिया में कोरोना महामारी के शुरू होने से लेकर अब तक १९४०२ लोगों की मौत हुई है। संक्रमित मरीज़ों की कुल संख्या ५१४२६६ है।
कई प्रतिबंध होने के बावजूद कातालोनिया में कोरोनावायरस के केस में लगातार उतार-चढ़ाव क्यों हो रहा है ?
जैसे मैंने कहा कातालोनिया में प्रतिबंधों के कारण कोरोना के संक्रमण में पहले से कमी आयी है। इस वजह से लोगों को आवाजाही में थोड़ी छूट मिल सकती है। अब तक सिर्फ नगरपालिका स्तर तक आवाजाही सीमित थी जिसमे छूट दी जा सकती है जिससे लोग राज्य में कहीं पर भी जा सकेंगे। लेकिन यह भी मानना पड़ेगा, जो अन्य देशों में भी देखने को मिला है, की सरकार के कुछ कदम विरोधाभासी होते हैं जिसे लोगों का समर्थन नहीं मिलता। यह भी सच है की अभी तक किसी भी देश के पास संक्रमण को रोकने का कोई जादुई फॉर्मूला नहीं है। जैसे की तार्रागोना में यह पता नहीं चल पाया है की ८५% लोगों में संक्रमण कैसे फैला। इसका हल सिर्फ टीकाकरण ही है, लेकिन वह भी धीरे धीरे आगे बढ़ रहा है क्यों की अभी पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध नहीं है।
१४ फरवरी को कातालोनिया में होनेवाले चुनाव में प्रमुख मुद्दे क्या हैं ?
इस चुनाव में कई मुद्दे हैं। सबसे पहले तो तथाकथित संप्रभुता प्रक्रिया का भविष्य और एक नयी गैर-स्वतंत्रतावादी बहुमत की सरकार आने की संभावना । फ़िलहाल कातालोनिया का स्वतंत्रता आंदोलन आतंरिक विवाद और रणनीति के अभाव की वजह से बिखरा हुआ नज़र आ रहा है। दूसरा मुद्दा है स्वतंत्रता आंदोलन के नेतृत्व का। एक तरफ है तथाकथित व्यापक और संभाव्यतावाद की नीति वाली ERC जिसका नेतृत्व कर रहें हैं ओरायोल जूनकेरास जो अभी जेल में हैं। वहीं दूसरी तरफ है एकपक्षवाद और स्पेन सरकार से संघर्ष करने वाली JxCat जिसका नेतृत्व कार्लेस पुइजदेमोंत के हाथों में हैं। पुइजदेमोंत फ़िलहाल यूरोपीय संसद के सदस्य हैं और स्पेन सरकार की कार्रवाई से बचने के लिए बेल्जियम में रह रहें हैं। तीसरा मुद्दा है अर्थव्यवस्था, स्वास्थ्य और सामाजिक संकट का जो इस कोरोना महामारी की देन है।
पिछले कुछ वर्षों में एसकेर्रा रिपुब्लिकाना कातालोनिया (कातालोनिया वामपंथी रिपब्लिक – ERC) और जुंत्स पेर कातालोनिया (कातालोनिया एकता पार्टी – JxCat) जैसे पक्षों ने कातालोनिया के चुनावों में अच्छा प्रदर्शन किया है। इस चुनाव में कातालोनिया की आज़ादी का मुद्दा कितना महत्त्वपूर्ण है ? क्या इस बार पार्तीदो पॉपुलार (PP), सिउदादानोस (Cs) और पार्तीदो सोसिआलिस्ता दे कातालोनिया (PSC) के प्रदर्शन में सुधार की उम्मीद है ?
बिलकुल, जैसे मैंने पिछले सवाल के जवाब में कहा, की स्वतंत्रता का मुद्दा कातालोनिया की राजनीती का केंद्र बिंदु है। यह याद रहे की जिन नेताओं ने १ अक्टूबर २०१७ को जनमत संग्रह आयोजित किया था, उनमें से कुछ नेता जेल में हैं और १३ साल तक की सज़ा काट रहें हैं, और कुछ नेता विदेश चले गए हैं जिससे की उन्हें स्पेन की अदालतों का सामना न करना पड़े। गौर करने वाली बात यह भी है की जिस जनमत संग्रह को स्पेन की अदालतों ने अवैध क़रार दिया था उस जनमत संग्रह में करीब २० लाख लोगों ने मतदान किया था। इस जनमत संग्रह के बाद स्पेन की नॅशनल पुलिस और सिविल गार्ड ने स्वतंत्रता समर्थक नेताओं पर और प्रदर्शनकारिओं पर कड़ी कार्रवाई की थी। कातालोनिया और स्पेन की सरकारों के बीच संघर्ष की स्थिति अब भी कायम है और इस संघर्ष से सामाजिक जीवन और सरकारी शासन दोनों प्रभावित होते हैं।
जहां तक पार्टीयों के प्रदर्शन का सवाल है, तो ४ फरवरी को स्पेन सरकार की संस्था सेंटर फॉर सोशिऑलोजिकल रिसर्च ने एक सर्वे जारी किया जिसके मुताबिक़ PSC को २३.७% वोट मिलने की उम्मीद है। १९.९% वोटों के साथ ERC दुसरे स्थान पर रहेगी जबकि JxCat को १४.६% वोटों के साथ तीसरा स्थान मिलेगा। यह सर्वे सिर्फ वोट प्रतिशत दिखाता है और सीट का आंकड़ा नहीं देता। अन्य पक्षों के बात करें तो En Comú-Podem को ८.९%, Cs को ७.९%, Vox को ६.९%, CUP ६.८%, PP को ५.८% और PDeCat को १.५% वोट मिलने के आसार हैं। २९ जनवरी के कातालोनिया सरकार की संस्था सेंतेर देस्तुदीस दोपिनिओ के सर्वे के मुताबिक़ ERC को ३४-३५ सीटें और JxCat को ३२-३४ सीटें मिलने की उम्मीद है। २६-२९ सीटों के साथ PSC तीसरे स्थान पर रहेगी जबकि Cs को १२-१३ सीटें मिल सकती हैं। PP और CUP का प्रदर्शन पिछले चुनाव के मुक़ाबले अच्छा रहेगा और इन पक्षों को क्रमशः ९ और ८ सीटें मिलने के आसार हैं। En Comú-Podem को ६-८ और Vox को ५-६ सीटें मिल सकती हैं।
आप देख सकते हैं की जो पक्ष इस बार संघीय और (कातालोनिया के) स्वतंत्रता विरोधी वोटों को एक साथ ला सकता है वह पक्ष है PSC। इससे अनुमान लगाया जा सकता है की अगर लोगों ने सही तरीके से वोट किया तो अन्य दो (कातालोनिया की स्वतंत्रता समर्थक) पक्षों के जनाधार में कमी आएगी।
क्या कातालोनिया की आर्थिक समस्याओं के लिए सिर्फ स्पेन सरकार (मैड्रिड) ही ज़िम्मेदार है ? या कातालोनिया के सामने कोई आतंरिक चुनौतियां भी हैं ?
वृहद आर्थिक दृष्टिकोण से कातालोनिया के लिए २०१७, २०१८ और २०१९ का समय अच्छा था क्यों की इन वर्षों में कातालोनिया की अर्थव्यवस्था में क्रमशः ३.४%, २.६% और २% की वृद्धि दर्ज की गयी थी। मैड्रिड और कातालोनिया के बीच संघर्ष में वित्तीय संतुलन एक महत्त्वपूर्ण मुद्दा है। टैक्स के रूप में राज्यों से वित्तीय प्रवाह केंद्र सरकार को जाता है। इसे केंद्र सरकार राज्यों के बीच सार्वजनिक खर्च के लिए बांट देती है। कातालोनिया जितना राजस्व केंद्र सरकार को देता है, उसे उस मुक़ाबले में कम लाभ मिलता है। कातालोनिया से मैड्रिड को जितना फ़ायदा मिलता है, उतना मैड्रिड से कातालोनिया को नहीं पहुंचता। इससे दोनों के बीच संघर्ष बढ़ता है।
पर्यटन और होटल उद्योग स्पेन और कातालोनिया की अर्थव्यवस्था का एक महत्त्वपूर्ण हिस्सा है। ये दोनों उद्योग आर्थिक संकट से कैसे उभर पाएंगे ? क्या इन दोनों क्षेत्रों के कर्मचारी किसी दुसरे व्यवसाय में जा सकते हैं ?
२०२० में स्पेन में सबसे ज़्यादा विदेशी पर्यटकों ने कातालोनिया की यात्रा की। नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ स्टैटिस्टिक्स के मुताबिक़ २०२० में कातालोनिया में विदेशी पर्यटकों की संख्या ३.९ मिलियन थी २०१९ से ८०% कम थी। २०२० में विदेशी यात्रियों ने कातालोनिया में ३६४० मिलियन यूरो खर्च किये जो २०१९ के मुक़ाबले ८२.९% कम हैं। वहीं स्पेन में पिछले वर्ष विदेशी यात्रियों की संख्या १८.९ मिलियन थी जो २०१९ की ८३.५ मिलियन से ७७.३% कम है। यह आंकड़ा १९६९ के बाद का सबसे कम आंकड़ा है। इन १८.९ मिलियन यात्रियों ने १९७४० मिलियन यूरो खर्च किये जबकि २०१९ में स्पेन को विदेशी यात्रियों से ९२००० मिलियन यूरो की आमदनी हुयी थी। एक संस्था एक्सेलटुर बिज़नेस एसोसिएशन का अनुमान है की कोरोना महामारी की वजह से ७२८००० लोगों के रोज़गार पर असर पड़ सकता है। ४००००० से ज़्यादा लोग अस्थायी रोज़गार विनियमन में हैं वहीं २९०००० से ज़्यादा लोग अपना रोज़गार खो चुके हैं। इन आंकड़ों से पर्यटन क्षेत्र में आर्थिक संकट का अंदाज़ा लगाया जा सकता है। स्पेन की जीडीपी पर्यटन क्षेत्र का हिस्सा १२.४% है। इस क्षेत्र में सुधार तभी देखने को मिलेगा जब आवाजाही और सफ़र करना सामान्य होगा, जो अभी के हालात देखते हुए मुश्क़िल लग रहा है। पर्यटन क्षेत्र को फ़िर से सक्रिय करने के लिए यूरोपीय फंड काफ़ी मददगार साबित होगा। यूरोपीय फंड को इस महामारी के दौरान अर्थव्यवस्था को मज़बूत करने का ज़रिया माना जा रहा है। इसके अलावा मेरा मानना है की प्रशिक्षण, नयी सोच और साहस लेने की क्षमता विकसित करना आवश्यक है जो समाज में सब के लिए उपयुक्त साबित हो।
मारिया विक्टोरिया बेर्ट्रान तार्रागोना, स्पेन स्थित पत्रकार है, जो कातालान अख़बार दिआरी दे तार्रागोना में राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय राजनीति विभागों में संपादक है।